नाबालिग के विवाह के बाद दुल्हन और दूल्हे के रिश्तेदारों के विरुद्ध पास्को एक्ट और बाल सुरक्षा अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध

बिलासपुर: (ब्यूरो रिपोर्ट) एक नाबालिग की शादी कराने का मामला बिलासपुर पुलिस के पास आया जिसकी जांच करने पर वस्तुस्थिति को देखते हुए पहले तो नाबालिग को भगाने के आरोप में पिता की रिपोर्ट पर पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया । अब फिर जब उसी पिता ने अपनी नाबालिग बेटी का विवाह दूसरी जगह कर दिया तो पूर्व के आरोपीयों द्वारा नाबालिग का विवाह हो जाने पर शिकायत की गई ।बाल कल्याण समिति और एसडीओपी द्वारा जांच करने पर नाबालिग बच्ची को वर्तमान में गर्भवती पाए जाने पर लडके के माता पिता दो मामा और लडकी के माता पिता के द्वारा चोरी छूपकर नाबालिग बच्चीं को विवाह कराने पर जरहागांव पुलिस के द्वारा बाल विवाह प्रतिरोध संहिता 2006 की धारा 9, 376, 34 पास्को एक्ट 4, 6 एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम फरहदा में रहने वाली नाबालिग बच्ची का 2019 में तखतपुर में दो युवक अमित और कुलेश्वर द्वारा ले जाकर अनाचार किया था जिसमें सरपंच का पुत्र गोविंद नट उपसरपंच का पुत्र और एक अन्य सहित पांच लोगों के विरूद्ध पुलिस ने भादवि की धारा 376 और पास्को एक्ट के तहत गिरफ्तार किया था जिसमें कुलेश्वर अभी तक जेल में है जिसकी जमानत नही हुई है। इधर नाबालिग के पिता रमाकांत रात्रे ने अपनी नाबालिग बेटी की शादी लालपुर थाना अंतर्गत मारूकापा में कर दी। इस समय नाबालिग की उम्र 17 वर्ष 20 दिन थी। विवाह का पता चलने पर पूर्व के आरोपी का रिश्तेदार ईश्वर कुर्रे ईतवारी कुर्रे निवासी फरहदा ने आईजी को शिकायत की और शिकायत में कहा कि जिस बच्ची को नाबालिग बताकर रमाकांत रात्रे ने अपराध पंजीबद्ध पांच लोगों के विरूद्ध कराया था उस नाबालिग का विवाह उसके परिजनों ने राजू खरे मारूकापा में किया है। यदि बच्ची बालिग है तो उनपर की गई कार्यवाही गलत है और यदि बच्चीं सचमुच में नाबालिग है तो जिन लोगों के द्वारा विवाह किया है और जिन्होंने साथ इस विवाह में दिया है उनके विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध किए जाने की शिकायत की। मुंगेली एसपी डी श्रवण ने उक्त मामले की जांच डी एस पी साधना सिंह और बाल कल्याण समिति को जांच के लिए दिया गया ।

इसके बाद एसडीओपी साधना सिंह और बाल कल्याण समिति के दो सदस्यीय समिति ने बच्चीं बचाव अभियान के तहत मामले की जांच की। जिसमें पुलिस नाबालिग बच्ची का पता करते हुए तखतपुर थाना अंतर्गत ग्राम करनकापा टीम पहुंचीं जहां नाबालिग बच्ची को उसके मामा विजय बघेल अजय बघेल द्वारा अपने पास रखा हुआ था। नाबालिग बच्चीं को रेस्क्यू टीम अपने साथ जरहागांव थाने ले आयी जहां नाबालिग बच्चीं ने बताया कि उसका विवाह राजू खरे पिता परमेश्वर खरे से 12 सितम्बर 2019 को विवाह हुआ था तब उसकी उम्र 17 वर्ष 20 दिन थी वर्तमान में दो माह से वह गर्भवती है । बाल कल्याण समिति और पुलिस द्वारा जांच में पाया गया कि नाबालिग होने की जानकारी होते हुए भी नाबालिग के पिता रमाकांत रात्रे और सुशीला रात्रे ने राजू खरे से विवाह कराया और राजू खरे उसके पिता परमेश्वर खरे मां कमला खरे और विवाह कार्यक्रम में शामिल होने और मदद करने वाले मामा विजय बघेल और अजय बघेल के विरूद्ध बाल संरक्षण अधिनियम और बचपन बचाव अभियान की धाराओं के विरूद्ध कृत्य पाया गया जिसके चलते जांच में बाल विवाह प्रतिरोध संहिता 2006 की धारा 9, 376, 34 पास्को एक्ट 4, 6 एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। और बच्ची को बाल कल्याण समिति और डी एस पी साधना सिंह द्वारा सखी सेंटर मुंगेली में सुरक्षित रखा गया है।

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