
कांग्रेस राज में जनपद के प्रस्ताव का कोई महत्व नहीं


मालखरौदा/ ब्लाक के जनपद सीईओ ने ग्राम पंचायतों में कसावट लाने के उद्देश्य से शासन के नियमानुसार लगभग दर्जनभर सचिवों का स्थानांतरण के लिए प्रस्ताव 20 अप्रैल को जिला पंचायत सीईंओ को भेजा था जिसमें से राजकुमार चंद्रा जोकि जनपद पंचायत में लंबे समय से अटैच था जिसको ग्राम पंचायत मरघटी में पदस्थ किए जाने संबंधी प्रस्ताव भेजा गया था। लेकिन जिला पंचायत से जो आदेश जारी किया गया है उसके अनुसार राजकुमार चंद्रा को भेड़ीकोना उसके घर के नजदीक पंचायत में कर दिया गया है वही 21 मई को जारी आदेश में भी लिखा है कि जनपद पंचायत के प्रस्ताव के आधार पर आगामी आदेश तक के लिए पदस्थ किया जाता है ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि जब जनपद के प्रस्ताव के आधार पर ही ट्रांसफर होता है तो राजकुमार चंद्रा को भेड़ीकोना पंचायत कैसे कर दिया गया। लगता है कि सिर्फ दिखावे के लिये ही नियमों का पालन किया जाता है और दिखावे के रूप में ही प्रस्ताव मंगाया जाता है जबकि जो भी कार्यवाही करनी है वह लेनदेन या राजनीतिक पहुंच के आधार पर पहले से ही तय कर दी जाती है । जनपद पंचायत के प्रस्ताव के विरूद्ध पदस्थापना करने पर आम जन में भी लेनदेन और राजनीतिक पहुंच की बात सामने आ रही है।
