
डिक्सी प्राथमिक शाला में फर्जी अंकसूची के आधार पर बना प्रभारी प्रधान पाठक, शिक्षा विभाग की कार्यशैली पर सवाल

सक्ती: जिले के मालखरौदा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम डिक्सी में पदस्थ हेडमास्टर राजू पर गंभीर आरोप लगे हैं कि उन्होंने कक्षा 10वीं और 12वीं की फर्जी अंकसूची के आधार पर शिक्षक की नौकरी हासिल की और वर्षों से पदस्थापना का लाभ ले रहे हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि शिक्षा विभाग की मिलीभगत और संरक्षण के बिना इस तरह का फर्जीवाड़ा संभव ही नहीं है। सवाल यह है कि जब किसी व्यक्ति की बुनियादी योग्यता ही संदेहास्पद है, तो वह बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा कैसे दे सकता है।
मामले में ग्रामीणों और जागरूक नागरिकों ने मांग की है कि संबंधित दस्तावेजों की संपूर्ण जांच की जाए और यदि आरोप सही पाए जाएं तो तत्काल प्रभाव से हेडमास्टर राजू को बर्खास्त कर उनके खिलाफ धोखाधड़ी के तहत आपराधिक मामला दर्ज किया जाए।
साथ ही, ग्रामीणों ने यह भी कहा कि ऐसे फर्जी दस्तावेजधारियों को संरक्षण देने वाले शिक्षा विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों पर भी कार्यवाही होनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति फर्जी कागजात के आधार पर सरकारी नौकरी हासिल करने की हिम्मत न कर सके।



