पार्टी से ऊपर हुए नेता,, पार्टी में कार्यकर्ताओं की निष्ठा पार्टी के लिए न होकर व्यक्तिगत,,
क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की कमी, महंत समर्थकों की भरमार
कांग्रेस में ही समानांतर कांग्रेस , अजीत जोगी की याद दिला रहा,,,,,,
सक्ती। किसानों के समर्थन व केंद्र सरकार की किसान विरोधी नीति और बिल को लेकर छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने किसानों के भारत बंद को अपना समर्थन दिया था, वहीं प्रदेश के लगभग सभी हिस्सों में इसका व्यापक असर भी देखने को मिला। मगर सक्ती नगर में किसानों के समर्थन में कांग्रेसी नहीं दिखे।
ज्ञात हो कि केंद्र सरकार द्वारा तीन बिल पास किया गया जिसे किसानों के हित मे कहा जा रहा है लेकिन किसान और किसान संगठन लगातार इन तीनों बिल का विरोध कर रहें हैं वहीं पंजाब हरियाणा के किसान इस बिल के विरोध में विगत 13 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं।

इसी तारतम्य में किसानों द्वारा विरोध के रूप में 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया गया, जिसका छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने समर्थन किया और प्रदेश में किसानों के महाबंद का असर भी प्रदेश में देखने को मिला। मगर सक्ती नगर जहां से स्वयं कांग्रेस के दिग्गज नेता डॉ चरण दास महंत विधायक हैं और प्रदेश सरकार में विधानसभा अध्यक्ष हैं में बंद का कोई असर दिखाई नहीं दिया।
नगर में इस बात की चर्चा भी जोरों पर है कि प्रदेश के वरिष्ठ कांग्रेस नेता डॉ महंत के क्षेत्र में किसानों व प्रदेश कांग्रेस के आह्वान के बाद भी महाबंद का असर दिखाई नहीं दिया। कांग्रेस के ही कुछ कार्यकर्ताओं ने नाम नहीं छापने के शर्त में कहा कि नगर में कांग्रेस संगठन बचा ही नहीं है, नगर और क्षेत्र में अब सिर्फ महंत समर्थकों का ही दबदबा है, कांग्रेस पार्टी के किसी भी स्थानीय कार्यक्रम से महंत समर्थकों को कोई सरोकार नहीं रहता है, ना ही कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ताओं से कोई लेना देना।
नगर में वे क्षेत्र में कांग्रेस के संगठन के पदों पर भी महंत समर्थकों का ही वर्चस्व है। संगठन में चप्पल घिसने वाले कर्मठ कार्यकर्ताओं को पूरी तरह से दरकिनार कर दिया गया है।



