
दहशत न फैलाऐं सीएमओ, कानून सबके लिये बराबर, नपा हटाए शासकीय अतिक्रमण- राघवेन्द्र पाण्डेय
जांजगीर- चाम्पा : जनसरोकार से जुड़े फायरब्रांड नेता राघवेन्द्र पाण्डेय ने अतिक्रमण के मसले पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी नपा सीएमओ के झांसे में न आएं बल्कि आदर्श आचरण प्रस्तुत करें।
इन दिनों जिला मुख्यालय जांजगीर में सड़क चौड़ीकरण का काम चल रहा है। नेताजी चौक से कचहरी चौक होते हुये खोखसा फाटक तक प्रशासन का अतिक्रमण हटाओ अभियान चल रहा है। प्रशासन के सख्त रवैय्ये से लोग डरे सहमे हुये हैं कई लोगों का पूरा मकान गिराया गया है सरकार और अधिकारियों के प्रति जन आक्रोश भी है फिर भी विकास की आस में लोग खामोश हैं।

नपा सीएमओ फैला रहे हैं दहशत
उन्होंने कहा कि कई पीढ़ीयों के संघर्ष के बाद लोग अपना मकान बना पाते हैं, नैला रोड, केरा रोड, अकलतरा रोड और लिंक रोड का अनावश्यक न्युज स्टेटमेंट देकर नगर पालिका सीएमओ शहर में दहशत का वातावरण बना रहे हैं। जिस तरह नेताजी चौक से कचहरी चौक तक का चौड़ीकरण किया जा रहा है वैसे ही पूरे शहर के सड़कों का चौड़ीकरण और नये नाली का निर्माण किया जाय, शहर में प्रवेश करते ही लगता है जैसे जांजगीर जिला मुख्यालय नहीं ब्लॉक मुख्यालय हो। लोगों के आशियाना उजाड़ने का शौक पूरा हो गया हो तो शहर के नालियों की साफ सफाई बिजली पानी शिक्षा और स्वास्थ के हित में भी ध्यान दें।

उन्नति और नव निर्माण का समर्थन
राघवेन्द्र पाण्डेय ने सड़क चौड़ीकरण का समर्थन करते हुये शोसल मिडिया में पोस्ट लिखा है कि शहर की उन्नति और नव निर्माण में हम सब प्रशासन के साथ हैं, 40 वर्ष पूर्व मेरे पिता और अविभाजित मध्यप्रदेश शासन द्वारा कृषि रत्न से सम्मानित और प्रतिष्ठित जनसेवक स्व. रामसरकार पाण्डेय जी ने नेता जी सुभाष चौक जांजगीर में कुटरा हाउस का विधिवत निर्माण कराया था फिर भी यदि मेरा मकान आवागमन में बाधक हो तो मेरी प्राथमिकता शहर का विकास होगा, 40 फीट के दायरे में आने वाले शासकीय अतिक्रमण हटाकर आप भी आदर्श प्रशासक होने का उदाहरण पेश कीजिए।
प्रशासन ने दोहरा चरित्र अपनाया
उन्होंने कहा कि सड़क चौड़ीकरण के नाम पर प्रशासन ने दोहरा चरित्र अपनाया है, नेताजी चौक से खोखसा फाटक तक सिर्फ निजी अतिक्रमण हटाया गया है लेकिन 40 फीट के दायरे में बने शासकीय अतिक्रमण हटाया नहीं गया है। श्री पाण्डेय ने कहा कि कानून सबके लिये बराबर है शासकीय कार्यालयों व शासकीय अधिकारियों के बंगले के सामने 40 फीट के दायरे में बने अतिक्रमण तत्काल हटाया जाए तथा चौक चौराहों में लगी मूर्तियों को हटाकर 40 फीट के दायरे के बाहर स्थापित किया जाए।



