महंत जी पहुंचे शिव के द्वार , सिंचाई विभाग की लापरवाही का बेहतरीन नमूना
सिंचाई विभाग ने फटेहाल स्वागत के कथन को अपने तरीके से सच साबित करते हुए किया “फटेहाल स्वागत”

सक्ती: विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर गृह विधानसभा के तुर्रीधाम पहुंच शिवलिंग की पूजा की । शिवलिंग का दूध से अभिषेक कर छत्तीसगढ़ राज्य की जनता की सुख समृद्धि, शांतिमय जीवन की कामना की।

तुर्रीधाम में शिवलिंग की पूजा अर्चना कर माता के मंदिर भी पहुंच पूजा की। तुर्रीधाम की पहाड़ी माता के दर्शन उपरांत ऊपर से ही तुर्री नाला के दृश्य को देख अभिभूत हो गए। वहीं वरिष्ठ कांग्रेसी मनहरण राठौर ने डॉ महंत को बताया नाला के पार बहुत बड़ा गड्ढा था जिसे पटवाकर आज मैदान बना दिया गया है, लोगों ने डॉ महंत को तुर्रीधाम में दर्शन के साथ साथ पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु संभावित अवसर के संबंध में भी बताया।
स्थानीय विधायक और विधानसभा अध्यक्ष का गृह जिला होने के कारण जहां आम जन अपने विधायक को अपने बीच पाकर फूली नहीं समाती और उनके स्वागत में कोई कमी न रह जाए इस हेतु तरह तरह के जतन करती है ।

एक ओर जनता ने विधानसभाअध्यक्ष के स्वागत के लिए पालक पावड़े बिछाकर बड़े बड़े होर्डिंग्स और स्वागत द्वार बनाए वहीं दूरी ओर करोड़ों रुपए बजट पाने वाले सिंचाई विभाग द्वारा विधायक एवं विधानसभा अध्यक्ष के प्रति जानबूझकर अनदेखी की गई । तुर्री धाम में सिंचाई विभाग ने स्थानीय विधायक महोदय का फटेहाल स्वागत किया जबकि जिम्मेदार अधिकारियों को इस बात की जानकारी पहले से ही हो चुकी थी कि स्वागत द्वार फटेहाल है और स्थानीय विधायक महोदय तुर्री धाम आने वाले हैं बावजूद इसके विभाग के अधिकारियों ने स्वागत द्वार को ठीक कराना उचित नहीं समझा। तुर्री धाम के स्वागत द्वार की स्थिति विगत कई दिनों से फटेहाल है जिसकी सूचना अधिकारियों को दे दी गई थी मगर अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते हुए आज पर्यन्त स्वागत द्वार को दुरुस्त नहीं करा पाए हैं अब देखना यह होगा कि विभाग इस पर क्या कार्रवाई करती है और फटेहाल लापरवाही मामले में किस पर गाज गिरती है।



