
अधिकारियों की लापरवाही से जनसमस्या निवारण शिविर में समस्या का निवारण नहीं
सक्ती: समीपस्थ ग्राम जाजंग में जन समस्या निवारण शिविर का आयोजन किया गया।

शिविर में आसपास के ग्रामीण अपनी अपनी समस्याओं के समाधान हेतु आवेदन पत्र लेकर पहुंचे। शिविर में कुछ विभाग के कर्मचारी अधिकारी उपस्थित रहे पर कुछ अधिकारी लगातार शिविर से दूरी बनाकर चल रहे हैं।अधिकारियों की लापरवाही या मुख्यमंत्री के आदेश की नाफरमानी कहें दोनों ही बात इस शिविर से गायब अधिकारियों पर लागू होती है।

एक तरफ तो प्रदेश के मुखिया जनता की समस्याओं को हल करने के लिए हवाई यात्रा कर रहे हैं ताकि आम जनता के दुख दर्द को कम कर सकें, वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री के भावनाओं के विपरीत तानाशाही रवैया अपनाते हुए कुछ अधिकारी लगातार शिविरों से दूरी बनाए हुए हैं जिनमें प्रमुख रूप से आर ई एस एसडीओ, ब्लाक शिक्षाधिकारी, ब्लाक महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी अनुपस्थित चल रहे हैं।
शिविर में प्रशासनिक अधिकारियों की अनुपस्थिति को देखते हुए इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रशासनिक अधिकारी जनता की समस्याओं के प्रति कितने गंभीर हैं। शिविर में प्रशासनिक अधिकारी दोपहर 2 बजे तक भी उपस्थित नहीं हुए तब इस बात को लेकर जनपद अध्यक्ष राजेश राठौर ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अधिकारियों को जनता के शिविर में उपस्थित रहना चाहिए तथा समस्याओं का निराकरण करना चाहिए।
जनपद अध्यक्ष राजेश राठौर ने कहा कि शिविर के माध्यम से सरकार की योजनाओं का प्रचार प्रसार करते हुए आम जन मानस को लाभ दिलाने का प्रयास करना चाहिए।

शिविर में उपस्थित महिलाओं के बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार तथा गर्भवती महिला का सधोरी नेग किया गया।
शिविर में कुल 110 आवेदन प्राप्त हुए जिनमें 102 आवेदन मांगपत्र के रूप में तथा 8 आवेदन शिकायत के रूप में दर्ज किए गए, शिविर में समस्या का निराकरण शून्य रहा।
जाजंग शिविर में अनेक विभाग के अधिकारियों सहित जनपद पंचायत सक्ती के सदस्यगण, जनपद के कर्मचारीगण तथा आम जनता की मौजूदगी रही।



