समाज को शिक्षित बनाना हम सब की जिम्मेदारी है –अपर सत्र न्यायाधीश गीता नेवारे

सक्ती- जो समाज संगठित होता है उसे अधिकार भी मिलने लगते हैं,, उक्त विचार जिला विधिक प्राधिकरण के अध्यक्ष एव जिला न्यायाधीश जगदम्बा राय के निर्देश पर तालुका विधिक सेवा समिति सक्ती द्वारा विश्व आदिवासी दिवस के पर आयोजित कार्यक्रम में तालुका विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष एवं प्रथम अपर सत्र न्यायाधीश श्रीमती गीता नेवारे ने व्यक्त की। श्रीमती गीता नेवारे ने आगे कहा कि अनुसूचित जनजाति के सदस्यों को जिला विधिक प्राधिकरण से निशुल्क विधिक सेवा एव पैरवी किये जाने हेतु नियमानुसार विधिक सेवा प्रदान किया जाता है। न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी सुश्री राजेश्वरी सूर्यवंशी ने कानून की जानकारी देते हुये बताया कि जनजाति समूह को न्यायालयीन कार्यो में मिलने वाली सुविधा प्रदान किया जाता है एवं सामाजिक बुराइयों से दूर कर शिक्षा को बढ़ावा दिया जाना चाहिए ताकि समाज के जीवन स्तर में सुधार हो।

इस अवसर पर अनुसूचित जनजाति से बड़ी संख्या में महिलाओं एव पुरुषों ने भाग लिया। कार्यक्रम के पूर्व न्यायाधीशगणों की आदिवासी समुदाय की परम्परा अनुरूप पीले रंग के साफा श्रीफल से अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व रेना जमील , पूर्व मंडी अध्यक्ष सरवन सिंह सिदार, जागेश्वर सिंह राज, विजय सिंह ,वंदना सिंह राज ,अधिवक्ता गिरधर जायसवाल सहित बड़ी संख्या में अधिकारीगण जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

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क्या सक्ती जिला अपनी आशानुरूप जिला स्तर का स्वरूप प्राप्त कर रहा है ??

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