पुलिस का सहयोगात्मक रवैया रास नहीं आ रहा ,, सड़कों पर घूम रहे लोग,,, करनी होगी कड़ाई
सक्ती: छत्तीसगढ़ प्रदेश सहित जांजगीर जिले में भी लॉक डॉउन की अवधि को बढ़ाकर 6 मई की प्रातः तक कर दिया गया है। सक्ती नगर में लॉक डॉउन का कुछ ज्यादा असर नहीं दिख रहा है। लोग किसी न किसी बहाने से सड़कों पर घूमते नजर आ रहे हैं। शाम के समय तो लग ही नहीं रहा कि नगर में कोई लॉक डॉउन है। नगर के गणेशबन्ध तालाब में बने उद्यान में बच्चे,बूढ़े,जवान और महिलाएँ चहलकदमी करते नजर आ जाते हैं। इस उद्यान में बने बेंच पर लोगों को बिना मास्क बैठे देखा जा सकता है। रेलवे स्टेशन मार्ग में तो शाम/रात को लोगों की अनावश्यक भीड़ देखी जा सकती है तथा लॉक डॉउन के बावजूद लोगों को इस मार्ग में पैदल भ्रमण करते देखा जा सकता है। कचहरी चौक से बुधवारी बाजार रोड में लोग सड़कों पर चहलकदमी करते नजर आते हैं। कई लोग अपने अपने घरों के सामने महफ़िल जमा कर बैठते हैं और जब बैठे लोगों को पुलिसकर्मियों के द्वारा समझाईश दी जाती है तो उल्टे उनसे बहस करने लग जाते हैं और उनकी झूठी शिकायत उच्चाधिकारियों से करने की धमकी दी जाती है।
अभी हाल ही में एक नेता जी के द्वारा पुलिसकर्मियों पर झूठे आरोप लगाते हुए उच्चाधिकारियों से शिकायत की गई है।पुलिसकर्मियों ने बातचीत में बताया कि ऐसी कोई बात नहीं हुई थी मौजूद पुलिसकर्मियों ने सिर्फ अपनी ड्यूटी निभाते हुए 2 मिनट रोककर सामान्य पूछताछ की थी जिसको बात का बतंगड़ बनाते हुए झूठी शिकायत की गई है।
नगर में यदि कोरोना संक्रमण को रोकना है तो पुलिस को एक्शन मोड में आना ही होगा और कड़ाई से लॉक डॉउन का पालन कराना होगा। पिछले लॉक डॉउन में लोग डंडे के जोर से ही घरों में दुबके रहते थे लेकिन वर्तमान नगर निरीक्षक ने स्वयं के साथ साथ अपने अधीनस्थ पुलिसकर्मियों को भी नगरवासियों से सहयोगात्मक रवैया अपनाने को निर्देशित किया है जिसका नगरवासी बेजा फायदा उठा रहे हैं और पुलिस के इस सहयोगात्मक रवैये को लोग पुलिस की कमजोरी मान बैठे हैं।



