“कोरोना काल में ढलते सूरज के साथ जिंदगी की आस”
संपादक की कलम से,,,,,,,,
सक्ती: कोरोना वायरस या Covid-19 संक्रमण ऐसी बीमारी है जिसे वैश्विक संगठन द्वारा महामारी घोषित किया गया है। नवंबर 2019 में यह चीन से निकला था, धीरे- धीरे यह वायरस इंसान से इंसान में फैलने लगा। देखते ही देखते इस वायरस ने पूरी दुनिया में पैर पसार लिया। जनवरी 2020 में यह वायरस भारत में पाया गया जिसके बाद स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मार्च 2020 को पूरे देश में जनता कर्फ्यू लगाया गया था।
एक साल बाद अब फिर से पूरे देश में कोरोना वायरस लगातार फैलता जा रहा है। पिछले साल देश भर में जनता कर्फ्यू लगाया गया था, आज फिर वही स्थिति बन रही है। देश के कई क्षेत्रों में दोबारा नाइट कर्फ्यू लगाया गया है, तो कई क्षेत्रों में पूर्ण लॉकडाउन लगाना पड़ा है।
सवाल अब यह उठता है कि आखिरकार यह वायरस खत्म क्यों नहीं हो रहा या इसका प्रसार कम क्यों नहीं हो रहा है। इसका सीधा जवाब यह है कि हम सभी देशवासी इस समस्या के प्रति गंभीर नहीं हैं। जब कोई अपना या कोई करीबी इसके प्रकोप से मृत हो जाता है तो कुछ समय के लिए रिश्ते नातेदार और आस पास के लोग सजग होते हैं उसके बाद फिर से वही लापरवाही बरतते हैं जिससे इसके प्रसार को रोकने की हर कोशिश नाकाम होती जा रही है। छोटी छोटी बातें जिसके पालन से इसके प्रसार को रोका जा सकता है पर उन बातों के पालन पर भी हमें आपत्ति होती है। मास्क नाक पर न लगाकर गले में लगाना या अपनी जेब में रखना,सामाजिक अवसरों में भीड़ इकठ्ठी करना और शासन के बनाए नियमों का उल्लंघन करना हम अपनी शान समझते हैं।
कोरोना वायरस को महामारी घोषित करने के बाद से ही पूरी दुनिया में वैज्ञानिकों द्वारा वैक्सीन पर शोध जारी है। वर्तमान में भारत, रूस समेत अन्य देशों ने वैक्सीन जारी की है। भारत द्वारा 2 वैक्सीन का निर्माण किया गया है। कोविशील्ड वैक्सीन तथा कोवैक्सीन जिसका उपयोग देशभर में किया जा रहा है पर अभी भी कोई निश्चित तौर पर यह नहीं कह सकता कि हमने कोरोना पर जीत हासिल कर ली है।
ताजा अपडेट के अनुसार पूरी दुनिया में कुल कोरोना संक्रमित लोगों का आंकड़ा 1,21,370,336 के पार पहुंच गया है। इस वायरस से मौत का आंकड़ा 26,84,236 से ऊपर पहुंच गया है। पूरी दुनिया में एक्टिव केस का आंकड़ा 20,735,000 से ऊपर है। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण का कुल आंकड़ा 1,14,38,734 से ऊपर पहुंच गया है।
क्या अभी भी हमको लापरवाही से ही रहना चाहिए और अपनों को अपने से जुदा होते देखना चाहिए या अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सचेत रहकर इस महामारी के प्रसार को रोकने का प्रयास करना चाहिए। अभी भी वक्त है सम्भलने का यदि अभी नहीं सम्भल पाए तो फिर सम्भलना मुश्किल होगा क्योंकि बाद में यह कोरोना वायरस पूरे देश में स्थिति को और भी भयावह रूप देकर विनाश करने में कोई कसर बाकी नहीं रखेगा।



