
स्वामी आत्मानंद स्कूल सक्ती पर चढ़ा राजनीतिक रंग, मुख्यद्वार पर पार्टी विशेष का कब्जा, मुख्यमंत्री की शिक्षा नीति पर राजनीति का तड़का
सक्ती: लगातार चर्चा में रहने वाला स्वामी आत्मानंद स्कूल सक्ती अब फिर से विवादों में घिरने जा रहा है। सक्ती में जब से स्वामी आत्मानंद स्कूल खुला तभी से लगातार किसी न किसी रूप में यह चर्चित रहा। कभी स्कूल प्रबंधन की कार्यशैली तो कभी अध्ययनरत विद्यार्थियों की वजह से तो कभी कक्षाओं में भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी के आरोपों के चलते यह स्कूल चर्चा का विषय बना रहा।

छत्तीसगढ़ शासन के विशेष प्रोजेक्ट के रूप में स्वामी आत्मानंद स्कूल की परिकल्पना की गई। सरकारी स्कूलों का उन्नयन करते हुए साधारण घरों के बच्चों को अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा मिल सके यही प्रयास छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार का रहा है।
सक्ती में पुराने आदर्श शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय को समाप्त कर पूरे भवन में स्वामी आत्मानंद स्कूल की स्थापना की गई है। उक्त भवन के साथ ही नए भवन के निर्माण की स्वीकृति भी प्रदान की गई है जो अभी पूर्णता की ओर है।

स्कूल का मुख्य द्वार एक पार्टी विशेष के रंग में बनाया गया है जो कि विवाद का विषय बन सकता है। बताया जा रहा है कि स्कूल बिल्डिंग का ठेका एक पार्टी विशेष के ठेकेदार ने लिया है और इसीलिए मुख्य द्वार को पार्टी विशेष के रंग में रखा गया है।



