आरक्षक के द्वारा नगर निरीक्षक बनकर की गई अवैध वसूली, रात्रि में गौ तस्करों को सकुशल थाना सीमा से निकालने के एवज में ली गई रकम,
प्रीतम नामक मुल्जिम पेशी में तैनात आरक्षक, टीआई का नाम लेकर कर रहा था अवैध वसूली,
एसडीओपी और टीआई सक्ती ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कहा होगी जांच

सक्ती। रात की व्यवस्था के लिए विशेष नए थाना प्रभारी की नियुक्ति से लोग भौचक्के हो गए हैं। मामला दरअसल सक्ती में मुल्जिम पेशी के लिए पुलिस लाइन से आरक्षक प्रीतम सिंह सिदार की तैनाती का है ।
प्रीतम रात को लोगों को थाना प्रभारी हूं बोल कर वसूली करता है। 27 नवंबर की रात रगजा के पास से कुछ मवेशी को 4 से पांच लोग घोघरी, हसौद से लैलूंगा ले जा रहे थे, जब उनसे पूछा गया तो पता चला कि थाना प्रभारी सक्ती यानी आरक्षक प्रीतम ने मसनिया पहाड़ पार कराने के नाम से वार्ड नंबर एक के कुछ लोगों के साथ मिलकर मवेशी ले जा रहे लोगों से 1500 रुपए टीआई के नाम से लिया है।
मवेशी ले जा रहे में से एक अमित नामक युवक ने बताया कि प्रीतम सिंह सिदार नंदेली ग्राम के पास अपने कुछ साथियों के साथ आया और मैं थाना प्रभारी हूं बोल कर हमसे 15 सौ रुपया ले लिया और उसके बाद बोला कि मुझे टी आई साहब ने मुझे तुमलोगों के पास भेजा है। वहीं अमित ने आगे बताया कि रगजा के आगे मुक्तिधाम के पास प्रीतम खड़ा है और वह हमें मवेशियों के साथ सकुशल मसनिया पहाड़ पार करा देगा। जब आगे बढ़कर देखा गया तो प्रीतम अपने कुछ साथियों के साथ रगजा के पास खड़ा था, प्रीतम से पूछने पर उसने कहा कि मैं बस ऐसे ही खड़ा हूं, जबकि अमित नामक युवक ने प्रीतम के सामने ही बयान दिया कि यह 15 सौ रुपए हमसे लिया है। इस संबंध में यह भी पता चला है कि वार्ड क्रमांक एक के कुछ युवकों और पुलिस की मिलीभगत से मवेशियों के तस्करों से 25 से 30 हजार लेकर मसनिया पहाड़ तक पहुचाया जाता है वहां से मवेशियों को गाड़ियों में लोड कर कटिंग करने अलग अलग जगह के लिए तस्करी की जाती है।
मामले की जानकारी मुझे रात में हुई थी मेरे द्वारा टीम भेजी गई थी लेकिन वहां से मवेशी निकल चुके थे, सुबह एक वीडियो मुझे मिला जिसमे प्रीतम सिंह सिदार पर आरोप है कि 15 सौ रुपए लिया है वहीं एक अन्य वीडियो में प्रीतम के साथ एक युवक भी दिखाई दिया है। श्री अग्रवाल ने आगे कहा कि मेरे द्वारा प्रीतम सिंह सिदार को बुलाया गया था और उसे डांट भी लगाई है। मामले की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
शोभराज अग्रवाल , एसडीओपी सक्ती
मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है और प्रीतम सिंह मेरे थाने का स्टाफ भी नहीं है। इस तरह से अगर कोई गलत हरकत करता है तो उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मामले के संबंध में मेरे द्वारा पूरी पड़ताल की जाएगी और अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
रविन्द्र अनंत, टीआई सक्ती



