कुंवर धर्मेंद्र हो रहे राजनीतिक षडयंत्र के शिकार,, मामला पारिवारिक विवाद का
सक्ती: सफेद महल निवासी दिव्या सिंह के द्वारा सक्ती रियासत के कुंवर धर्मेंद्र सिंह के खिलाफ हुए रिपोर्ट को लोग उनके विरुद्ध राजनीतिक षडयंत्र मानकर चल रहे हैं।
नगर में लोगों का कहना है कि प्रदेश में कांग्रेस की सत्ता आने के बाद से ही सक्ती के कांग्रेसियों के खिलाफ काफी मुकदमें दायर हो रहें है जो नगर में कांग्रेस की गुटबाजी का असर है। अधिकतर मामलों में राजनीतिक रुतबे का ही उपयोग कर एक दूसरे के खिलाफ मामले दर्ज कराने के भी आरोप क्षेत्र में लगातार लग रहे हैं। वर्तमान में भी सफेद महल की दिव्या सिंह द्वारा धर्मेंद्र सिंह पर मारपीट व जान से मारने की धमकी संबंधी रिपोर्ट सक्ती थाने में दर्ज कराई गई है। जिसे लेकर धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि 28 मार्च की जो घटना बताई जा रही है उस दिन का मोबाइल में वीडियो बनाया गया है, जिसमें साफ दिख रहा है कि मैंने सिर्फ महल में प्रवेश ना करने की बात कही थी क्योंकि राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह जी यानि मेरे पिताजी ने मना किया है उनके प्रवेश के लिए, यही बात दिव्या सिंह को कहा,जिससे वो मुझपर भड़कते हुए मुझको ही भला बुरा कहने लगी। लेकिन उक्त मामले में बिना किसी छान बीन के मेरे विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। मामले में जबकि धर्मेंद्र सिंह ने भी दिव्या सिंह के खिलाफ सक्ती थाने में व अनुसूचित जाति जनजाति थाना जांजगीर में भी आवेदन दिया है, मगर उस आवेदन पर कार्रवाई ना कर दिव्या सिंह के आवेदन पर रिपोर्ट दर्ज कर लेना अपने आप में कई षडयंत्र को जन्म देता है। राजनीति के जानकार कहते हैं कि यह पूरा मामला पारिवारिक विवाद के अलावा राजनीतिक स्तर पर कुंवर धर्मेंद्र सिंह के बढ़ते कद को देखते हुए छवि धूमिल करने के लिए की गई एकपक्षीय कार्रवाई दबाव बनाने की कोशिश है।
अब देखना यह दिलचस्प होगा कि त्वरित कार्रवाई करने वाली पुलिस आखिर कब धर्मेंद्र सिंह के लंबित आवेदन पर कार्रवाई करती है।



