
कराओके क्लब की बौद्धिक चर्चा परिचर्चा कार्यक्रम में बच्चों की आदर्श बनीं आई ए एस रेना जमील, पुलिस विभाग द्वारा प्रतिभावान छात्र छात्राओं को किया गया पुरस्कृत
सक्ती : आप कितने घंटे पढ़ते हैं यह मायने नहीं रखता आप कितने मिनट एकाग्र चित्त होकर पढ़ते हैं यह महत्वपूर्ण है। उक्त बातें अनुविभागीय अधिकारी राजस्व आईएएस रेना जमील ने कराओके क्लब सक्ती के द्वारा सरस्वती शिशु मंदिर में आयोजित बौद्धिक चर्चा परिचर्चा कार्यक्रम में कही।

वर्तमान समय में पढ़ाई के साथ-साथ सभी क्षेत्रों में एक से बढ़कर एक प्रतिभाशाली छात्र छात्राएं अपने हुनर का प्रदर्शन कर रहे हैं वही ऐसे छात्र छात्राओं को सटीक मार्गदर्शन नहीं मिलने के कारण वह अपने लक्ष्य की प्राप्ति नहीं कर पाते ऐसे छात्र छात्राओं को मोटिवेशनल कार्यक्रम के तहत लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रेरित करने कराओके क्लब सक्ती के द्वारा बौद्धिक चर्चा परिचर्चा का आयोजन बाल दिवस 14 नवंबर दिन रविवार को दोपहर 1:00 बजे सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय सक्ती में आयोजन किया गया। उक्त कार्यक्रम में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व आईएएस सक्ती रेना जमील विशेष रूप से उपस्थित रहीं।


स्कूली बच्चों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पूरा समय मैनेज करना चाहिए और हमेशा एक्जाम माइंड में होना चाहिए, आप कितना पढ़ रहे हैं से ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि आप कितना समझ रहे हैं। स्कूली बच्चों के द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि कड़ी मेहनत,स्पष्ट लक्ष्य और पढ़ाई के प्रति लगन आपको हर परीक्षा में सफलता प्रदान करेगी। आज की दुनिया सफलता को प्रचारित करती है और असफलता को नकार देती है जबकि असफलता से भी सीख लेकर ही सफलता पाई जा सकती है। उन्होंने स्कूली बच्चों के बीच अपने छात्र जीवन से आई ए एस तक के सफर से जुड़ी हर छोटी बड़ी प्रेरणादायक बातों के साथ अपने अनुभवों को साझा किया साथ ही उन्होंने कहा कि मेरे लिए छत्तीसगढ़ नया है मुझे छत्तीसगढ़ बहुत अच्छा लग रहा है। सक्ती में खेलकूद के वातावरण के संबंध में स्कूली बच्चों को बताते हुए कहा कि सक्ती के आसपास खेलकूद के लिए सुरक्षित स्थान होना चाहिए केवल एक स्टेडियम है जिसमें बदलाव करना जरूरी है और इसे मैं करूंगी, उन्होंने बताया कि लड़कियों के लिए संविधान आर्टिकल 14 की सुरक्षा देता है इसलिए आज के दौर में लिंगभेद बिल्कुल भी गलत है। 11 वीं कक्षा में विषय के चयन के संबंध में उन्होंने कहा कि इसके लिए स्वयं को निर्णय लेना चाहिए स्कूली बच्चों के द्वारा लगातार पूछे जा रहे सवालों का उसी तत्परता से जवाब देते हुए एसडीएम रेना जमील ने बताया कि किसी से हमें कंपटीशन करना चाहिए कंपैरिजन नहीं,अपनी कमियों को हमेशा ध्यान देना चाहिए और उसे दूर करना चाहिए ताकि सफलता की राह में कोई अड़चन न हो।

बौद्धिक चर्चा परिचर्चा कार्यक्रम के आयोजन में पुलिस प्रशासन सक्ती के द्वारा शामिल होकर इसी कार्यक्रम में शिशु सुरक्षा सप्ताह मनाया गया इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी पुलिस तस्लीम आरिफ एवं स्टाफ के सदस्यों ने प्रतिभावान छात्र छात्राओं को पुरस्कृत किया जहां इस दौरान उन्हें प्रशस्ति पत्र एवं मैडल देकर सम्मानित किया गया वहीं उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

बौद्धिक चर्चा परिचर्चा कार्यक्रम में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस तस्लीम आरिफ ने कहा कि मोबाइल का सही उपयोग कैसे किया जाए इस पर ध्यान देना चाहिए उन्होंने कहा कि बच्चों में भूलने की बीमारी ज्यादा होती है इसलिए रिवीजन किया जाना चाहिए साथ ही उन्होंने कहा कि एकाग्रता ही सफलता के लिए सबसे बड़ा साधन है साथ ही उन्होंने कहा कि बच्चों को लक्ष्य बनाकर चलना चाहिए उन्होंने कहा कि आप किसी भी क्षेत्र में जाएं आपको कंपटीशन के बिना कुछ हासिल नहीं हो सकता कार्यक्रम में सफल व्यवसाई एवं विद्या भूमि स्कूल बाराद्वार के संचालक शरद केडिया ने कहा कि जहां बच्चे पुलिस से डरते हैं वहीं दूसरी ओर बच्चे पुलिस को अपना रोल मॉडल भी मानते हैं उन्होंने सफलता के लिए समय के प्रबंधन को जरूरी बताया उन्होंने कहा ज्यादा नोट्स बनाना जरूरी नहीं कार्यक्रम में तहसीलदार एस के डनसेना ने कहा कि जिस तरह घने घास पर लगातार एक ही स्थान पर चलते रहने से वहां अलग से निशान बन जाता है उसी तरह अध्ययन भी हमें इसी अंदाज में करना चाहिए बार-बार अध्ययन करने से हमें विषय की जानकारी गहराई से हो जाती है कार्यक्रम में उपस्थित जवाहरलाल नेहरू महाविद्यालय की प्राचार्य एवं समाजसेवी श्रीमती शालू पाहवा ने कहा कि पढ़ाई का प्रेशर नहीं होना चाहिए, “बकप” बड़ी सोच कड़ी मेहनत पक्का इरादा के रूप में सूत्र बच्चों को बताते हुए कहा कि हमेशा सोच बड़ी रखनी चाहिए एवं कड़ी मेहनत करते हुए पक्के इरादे के साथ किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहिए महिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं अधिवक्ता सुश्री अलका जायसवाल ने कहा कि इस कार्यक्रम में छात्राओं में अधिक जिज्ञासा देखने को मिली उन्होंने कहा अनुविभागीय अधिकारी राजस्व आईएएस रेना जमील को महिला अधिकारी के रूप में अपने बीच पाकर सभी छात्राएं उत्साहित दिखाई दी साथ ही क्लब के इस आयोजन की प्रशंसा की तथा ऐसे कार्यक्रम भविष्य में किए जाने चाहिए संबंधी बातें कहीं। वरिष्ठ पत्रकार संजय शर्मा ने सभी के सवालों का जवाब देकर अतिथियों की प्रशंसा की। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित अतिथियों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।


आयोजित कार्यक्रम में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस तस्लीम आरिफ, तहसीलदार शिवकुमार डनसेना के साथ वरिष्ठ पत्रकार संजय शर्मा व्यापारी के रूप में शरद केडिया बाराद्वार, अधिवक्ता के रूप में पं. दिगंबर प्रसाद चौबे, जनप्रतिनिधि के रूप में रामअवतार अग्रवाल, समाजसेवी एवं प्राचार्य जे एल एन डी महाविद्यालय सक्ती शालू पाहवा, सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय के व्यवस्थापक एवं वरिष्ठ अधिवक्ता चितरंजय पटेल, भागवत कथा आचार्य राजेंद्र शर्मा, महिला कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष सुश्री अलका जायसवाल, विद्यालय के पूर्व व्यवस्थापक मांगेराम अग्रवाल विशेष रुप से उपस्थित थे। इस दौरान कार्यक्रम में शासकीय एवं निजी स्कूलों के लगभग 150 छात्र-छात्राएं बौद्धिक चर्चा परिचर्चा कार्यक्रम में हिस्सा लेकर इस तरह के प्रथम बौद्धिक चर्चा परिचर्चा के ऐतिहासिक कार्यक्रम के साक्षी बने।



बौद्धिक चर्चा परिचर्चा कार्यक्रम में कराओके क्लब के सदस्य पवन पांडेय, हरीश दुबे, विक्रम सिंह राज, मनोज सरकार, निरंजन यादव, विनोद राठौर, रवि यादव, ज्ञान महंत, राजेंद्र बेहरा, लक्ष्मीनारायण क्षत्री, वासु चौबे, रामप्रकाश जाफरी, टिंकू देवांगन, अजय कटकवार, सीताराम चौहान, संतोष अनंत, राजेंद्र श्याम, अवतार साहू, श्रीमती मीना मरावी, शांति राठिया एवं श्रीमती रानी दुबे ने कार्यक्रम को सफल बनाने अपना योगदान दिया।



