
जनसंख्या नियंत्रण में जागरूकता की जरूरत – चेतना ठाकुर(न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी)
सक्ती – लोग शिक्षित होंगे तभी जनसंख्या पर नियंत्रण होगी। हमारी गरीबी का मुख्य कारण अनियंत्रित जनसंख्या का बढ़ना है उक्त विचार जिला विधिक प्राधिकरण के निर्देश पर तालुका विधिक सेवा समिति सक्ती के मार्गदर्शन में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल में आयोजित विधिक एवं जागरूकता शिविर में न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी चेतना ठाकुर ने कही।

सुश्री चेतना ठाकुर ने छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे देश में जनसंख्या अधिक होने के कारण बच्चों एवं माताओं को पौष्टिक भोजन से वंचित रहना पड़ जाता है, अच्छी शिक्षा नहीं मिल पाती इसलिए वह अपने मुकाम पर नहीं पहुंच पाते। जब तक लोग शिक्षित नहीं होंगे तब तक हम जनसंख्या पर नियंत्रण नहीं पा सकते। सुश्री ठाकुर ने आगे कहा कि बिना लाइसेंस के एवं बिना पंजीयन बीमा के वाहनों को नाबालिगों को चलाने नहीं देना चाहिए। छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप लोग शिक्षा ऐसे ग्रहण करें ताकि किसी मुकाम पर पहुंच सके।

न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी श्रद्धा सिंह ने शिविर को संबोधित करते हुए कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाए जाने की आवश्यकता है। भारत सरकार द्वारा समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को इस बात पर जागरूक किया जाता है कि अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दें, उन्हें मुकाम में पहुंचने के लिए योग्य बनाएं, देश की जनसंख्या जिस प्रकार बढ़ रही है अशिक्षित होना इसका मुख्य कारण है। श्रद्धा सिंह ने आगे कहा कि स्कूल में आते जाते कोई यदि परेशान करें तो इसकी जानकारी स्कूल के शिक्षक,प्राचार्य को अवश्य दें ताकि ऐसे अपराधों को रोका जा सके। इस अवसर पर स्वामी आत्मानंद स्कूल की प्राचार्य रत्ना बोस, अधिवक्ता गिरधर जायसवाल, अधिवक्ता पीयूष राय, विकास कुंभकार, कोमल नवरंग, अध्यापकगण, छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में स्कूल की प्राचार्य रत्ना बोस ने न्यायाधीश गणों का कानूनी जानकारी देने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।



