जिंदगी जिंदादिली का नाम है
आज की बात में हमने अपने संपादक राजीव लोचन सिंह से खुलकर बातचीत की और देश की वर्तमान परिस्थितियों में आम जनता के जीवन में आ रही कठिनाईयों को लेकर जो मानसिकता बन रही है उस पर विस्तार से चर्चा की । आज के दौर में लोगों को बहुत सी परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है उससे लोग बहुत ही निराश चल रहे हैं लोगों को अपना भविष्य सुरक्षित नहीं लग रहा है । लोगों की यही सोच उन्हें मानसिक अवसाद की तरफ ले जा रही है जिससे कि लोग आत्महत्या जैसे घातक कदम भी उठाने से भी नहीं चूक रहे हैं । सम्पादक महोदय ने समाज को संदेश देते हुए कहा कि किसी भी कठिन परिस्थिति से निपटा जा सकता है बशर्ते कि आप अपनी हिम्मत न हारें और जीवन में एक उत्साह बना कर रखें और अवसाद से निपटने के लिए हरदम कुछ नया सोचें और कुछ नया करने का प्रयास करें। बातचीत के अंत में उन्होंने कहा कि जिंदगी जिंदादिली का नाम है और हर इंसान को हमेशा खुशमिजाज हो कर ही जीवन जीना चाहिए। चर्चा के अंत में उनके द्वारा एक गीत गाकर लोगों को खुश रहने का संदेश दिया गया।